हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला में स्थित विश्वविख्यात शक्तिपीठ श्री नैनादेवी अब टूरिज्म की दृष्टि से और भी विकसित होने वाला है। मंदिर न्यास की ओर से विदेशों की तर्ज पर स्काई ग्लास वॉक ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। इससे यहां धार्मिक के साथ अन्य गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। स्काई ग्लास वॉक ब्रिज बनाने के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। यह ब्रिज नैनादेवी मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को ही नहीं, बल्कि हिमाचल प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को भी आकर्षित करेगा।
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51 शक्तिपीठों में से एक श्री नैनादेवी जी में जल्द ही पर्यटकों और श्रद्धालुओं को विदेशों जैसा नजारा देखने को मिलेगा। यहां करीब नौ माह में हिमाचल प्रदेश का पहला स्काई ग्लास वॉक ब्रिज बनकर तैयार होगा। इससे पहले बिहार के नालंदा में ऐसा ब्रिज बना है। पुल को बनाने का खर्च मंदिर न्यास करेगा। रैपिड एंड रोपवे सिस्टम डेवलपमेंट ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (R&RSTDC) शिमला ने इसके टेंडर जारी कर दिए हैं। 13 सितंबर को टेंडर खुलेंगे।
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आर एंड आरएसटीडीसी के सहायक अभियंता गीता राम ने बताया कि मंदिर की गुफा के पास बनने वाला 70 फीट लंबा और 15 फीट चौड़ा यह ब्रिज पांच करोड़ नौ लाख रुपये की लागत से तैयार होगा। टेंडर में सही लागत भरी गई होगी तो सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद 15 दिन में इसका निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। जिला प्रशासन ने फॉरेस्ट कंजरवेशन एक्ट प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है। तो जल्द ही तैयार हो जाइए हिमाचल का पहला स्काई ग्लास वॉक ब्रिज देखने के लिए।