बचाव में आईं, जेठानी के आरोपों को नकारा
मंडी। हिमाचल के मंडी जिला के मंडी सदर विधानसभा क्षेत्र के विधायक अनिल शर्मा के परिवार की लड़ाई सोशल मीडिया पर आ गई है। अनिल शर्मा की बड़ी बहू द्वारा ससुर अनिल शर्मा पर दहेज उत्पीड़न का आरोप जड़ा है। हालांकि, आश्रय शर्मा ने भी पोस्ट डालकर पत्नी की फेसबुक आईडी हैक होने की बात की थी। अब अनिल शर्मा की छोटी बहू और सलमान की बहन अर्पिता अपने ससुर के पक्ष में उतर आई हैं। उन्होंने फेसबुक पर मंडीवासियों के लिए एक पोस्ट डाली है।
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि राधिका अनिल शर्मा की बड़ी बहू हैं और आश्रय शर्मा की पत्नी हैं। राधिका का मायका दिल्ली में है। राधिका के पिता राजीव गंभीर कांग्रेस के नेता हैं। क्रिकेटर गौतम गंभीर राधिका के चचेरे भाई हैं। राधिका ने कल शाम करीब 7 बजे अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट डाली। उन्होंने फेसबुक पर अनिल शर्मा द्वारा भेजे गए नोटिस की कापी को भी शेयर किया और लिखा कि आज मेरे ससुर ने मुझे हमारे होटल में सैलून चलाने के लिए नोटिस भेजा है। जब मेरे परिवार ने उन्हें और पैसे देने से मना कर दिया तो उन्होंने मुझे यह नोटिस भेजा है। उन्होंने आगे लिखा कि आज मेरे ससुराल वालों से मेरे सारे संबंध टूट गए हैं। साथ यह भी आरोप लगाया कि 9 महीने की गर्भवती होने पर उन्हेन घर से निकाल दिया। एक शख्स जो 93 साल की उम्र के अपने ही पिता को घर से निकाल सकते हैं और अपने ही बेटे के साथ ऐसा कर सकते हैं, मैं उससे क्या उम्मीद कर सकती हूं। लेकिन अगर मेरा परिवार यानी सदर के लोग मेरे साथ खड़े हैं तो मुझे किसी बात का डर नहीं है। हम पीछे हटने वाले नहीं हैं।
फेसबुक पर पोस्ट के आधे घंटे बाद पोस्ट डिलीट हो गई। रात करीब पौने 9 बजे आश्रय शर्मा ने अपने फेसबुक अकाउंट से पोस्ट डालकर लिखा कि मेरी पत्नी राधिका गंभीर शर्मा का फेसबुक अकाउंट हैक हो गया है। उस अकाउंट से किसी ने हमारे पूरे परिवार को बदनाम करने की साजिश रचि है। मेरा आप सभी से अनुरोध है कि आप उस अकाउंट से डाली गई पोस्ट को गंभीरता से न लें। हमारा परिवार पूरी तरह से एकजुट है और ऐसी कोई भी बात नहीं है जो उस पोस्ट के माध्यम से कही गई है।
इसके बाद रात दस बजे के करीब फेसबुक पर अर्पिता का मैसेज शेयर हुआ। यह अंग्रेजी में था। उसका हिंदी अनुवाद ऐसे है.. मैं यह संदेश बहू होने के नाते नहीं बल्कि बेटी होने के नाते लिख रही हूं। एक मुस्लिम होने के बाद भी पिछले 7 वर्ष से इस परिवार ने मुझे अपने बच्चे की तरह अपनाया है। अनिल शर्मा मेरे ससुर ही नहीं, बल्कि मेरे पिता हैं और वे एक आदर्शवादी इंसान हैं। मैं हैरान हूं कि राधिका ने इस तरह के आरोप कैसे लगा दिए। हमारी शादी में दहेज जैसी कोई बात नहीं हुई थी। यहां तक कि अनिल शर्मा ने उपहार तक लेने से इनकार कर दिया था। राधिका ने अनिल शर्मा की वर्षों की मेहनत को मिट्टी करने की कोशिश की है। मेरे पास राधिका ने कई बार मंडी के प्रति अनाप शनाप बातें कही और आज वो उसी मंडी की जनता से सहयोग मांग रही है। प्रेगनेंसी के दौरान घर से बाहर निकलने की बात पूरी तरह से झूठी है। जबकि राधिका उस समय हमारे दिल्ली वाले निवास पर थी और उसका पूरा ख्याल रखा गया। मेरी सास पहली इंसान थी जो डिलिवरी के बाद हास्पिटल पहुंची थीं। परिवार की बातें बाहर करना हमारे उसूलों के खिलाफ है लेकिन राधिका की परवरिश शायद अलग माहौल में हुई है जो इस तरह की बातें सरेआम कर रही है। मैं अपने ससुर अनिल शर्मा के साथ खड़ी हूं और जो आरोप लगाए जा रहे हैं वे बेबुनियाद और नीजि स्वार्थ के लिए ही हैं।
क्या लिखा था नोटिस में
अनिल शर्मा ने द्वारा बहू राधिका को भेजे नोटिस में कुछ ऐसा लिखा था कि होटल द रिजेंट पॉम का एक हिस्सा आपको सैलून के रूप में रेंट बेसिज पर इस्तेमाल करने के लिए सितंबर 2018 में दिया गया था। उसको बनाने में 24 लाख खर्च आया था और इस खर्च को कंपनी द्वारा ही उठाया गया था। आपने एक बार भी इसका किराया नहीं दिया। इस सैलून से जो कमाई हुई उसको भी आपने अपने पास रखा और कंपनी को उससे कुछ नहीं मिला। मासिक किराया 65 हजार रुपए था, जिसमें बिजली-पानी कंपनी की तरफ से था। आपने इसकी एक भी किश्त नहीं दी। 33 महीनों का यह किराया 21 लाख 45 हजार बनता है। अब होटल को लीज पर दे दिया गया है इसलिए आप जल्द से जल्द इन पैसों का भुगतान करें ताकि आप कानूनी कार्रवाई से बच सकें।