शिमला। हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र में मंगलवार को विपक्ष ने खूब हंगामा किया और नारेबाजी करते हुए वाकआउट कर दिया। कोरोना काल में प्रदेश सरकार द्वारा किए गए प्रयासों को लेकर विपक्ष स्वास्थ्य मंत्री के जवाब से असंतुष्ट था जिसके बाद सदन में जमकर हंगामा हुआ। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विपक्ष के वाकआउट की निंदा की और कहा कि कोरोना पर चर्चा के बाद स्वास्थ्य मंत्री के जवाब को 12 मिनट तक सुनने के बाद विपक्ष ने वाकआउट कर दिया जो की सही नहीं है। स्वास्थ्य मंत्री विस्तार से सदन में जानकारी दे रहे थे और विपक्ष सुनने को तैयार नहीं था।
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मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि राजनीतिक मकसद से वाकआउट किया गया है भगवान इन्हें सद्बुद्धि दे। विपक्ष के पास अब कोई साथ देने वाला नहीं रहा है और यह हाल है कि अब हर बात पर वॉकआउट करने का प्रयास किया जा रहा है जो निंदनीय है। कोरोना जैसी महामारी में इस तरह की राजनीति करना उचित नहीं है।
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मुख्यमंत्री बोले कि सरकार ने कोरोना काल में बेहतर कार्य किया है। अस्पतालों में मरीजों को बिस्तर उपलब्ध कराए गए। उपयुक्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध करवाई है। सत्ता में रहते हुए कांग्रेस ने 50 साल में सिर्फ 50 वेंटिलेटर दिए थे। आज 800 वेंटिलेटर हैं और 500 वेंटिलेटर पीएम केयर फंड से मिले। सरकार और स्वास्थ्य विभाग कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष के पास सुझाव कोई नहीं है लेकिन बेवजह का कोई न कोई ऐसा मुद्दा ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं जिससे पर राजनीतिक हित साधे जा सकें।