वीसी कार्यालय में घुसने का प्रयास कर रहे थे कार्यकर्ता
शिमला। एचपीयू में इन दिनों खूब बवाल मचा हुआ है। एचपीयू के कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार का सेवाविस्तार रद्द करने, शिक्षक भर्ती की न्यायिक जांच और आम छात्रों की समस्याओं को हल करने के लिए एनएसयूआई ने शनिवार को शिमला में उग्र प्रदर्शन किया। बारिश के बीच तीन घंटे एनएसयूआई ने तक जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान एनएसयूआई कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच लात-घूंसे भी चले और कई छात्र नेताओं के कपड़े भी फटे। कार्यकर्ताओं ने सचिवालय और विधानसभा के घेराव की भी चेतावनी दी।
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एनएसयूआई प्रदेशाध्यक्ष छत्तर सिंह ठाकुर, विवि इकाई अध्यक्ष प्रवीण मिन्हास और वीनू मेहता सहित अन्य नेताओं की अगुवाई में प्रदर्शनकारियों ने दोपहर एक बजे चौड़ा मैदान से लेकर कुलपति कार्यालय तक झंडे उठाकर अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए रैली निकाली। यहां कार्यकर्ताओं ने कड़े पुलिस और क्यूआरटी के पहरे के बावजूद वीसी कार्यालय में घुसने का प्रयास किया जिस पर कार्यकर्ताओं और पुलिस जवानों के बीच धक्का-मुक्की हुई।
एनएसयूआई ने पुलिस जवानों पर गाली-गलौज करने, लात-घूंसे मारने का आरोप लगाया है। कार्यकर्ताओं को काबू करने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। कार्यकर्ता वीसी से मिलने के लिए अंदर जाने पर अड़े थे। भारी हंगामे के बाद कुलपति ने सिर्फ चार कार्यकर्ताओं को आईकार्ड दिखाकर अंदर बातचीत के लिए बुलाया। इस पर छत्तर सिंह ठाकुर ने आईकार्ड दिखाने से इनकार कर दिया। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने पुलिस को सांकेतिक गिरफ्तारियां भी दीं। एनएसयूआई प्रदेशाध्यक्ष छत्तर सिंह ठाकुर ने कहा कि कुलपति और प्रदेश सरकार की तानाशाही के खिलाफ आंदोलन और उग्र होगा और एनएसयूआई अपनी मांगों को मनवाने के लिए पूरे प्रदेश भर से कार्यकर्ताओं और आम छात्रों को जुटाकर विधानसभा और सचिवालय तक का घेराव करने से भी पीछे नहीं हटेगी।