सिरमौर के पांवटा साहिब का मामला, अन्य सदस्यों की तलाश जारी
पांवटा साहिब। हिमाचल के सिरमौर जिला के पांवटा साहिब में शादी के नाम पर ठगी (Cheating) के मामले का खुलासा हुआ है। पांवटा साहिब थाने के तहत एक युवक को शादी के नाम पर डेढ़ लाख की नकदी और गहनों की चपत लगी है। पुलिस ने मामले में दो महिलाओं के गिरफ्तार किया है। गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों की तलाश जारी है। जिन्हें भी जल्द ही धर दबोचा जाएगा। गांव पीपलीवाला तहसील बिलासपुर यमुनानगर हरियाणा निवासी बब्बर सिंह ने पुलिस थाना पांवटा साहिब में मामले में शिकायत दी थी। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने यह कार्रवाई की है।
शिकायत में उसने बताया कि पृथ्वी सिंह निवासी ग्राम बिहटा बिलासपुर हरियाणा और ऋषि पाल निवासी ग्राम मंगलोर बिलासपुर हरियाणा ने हिमाचल में रिश्तेदारी की बात कही। कहा कि वे इसकी शादी हिमाचल में करवा सकते हैं। युवक ने शादी के लिए हां कर दी। इसके बाद इस वर्ष 10 फरवरी को यह दोनों बब्बर सिंह को माजरा लेकर आए। माजरा में उसको अनीता और रतन सिंह से उनके घर पर मिलवाया। इस दौरान शादी के बारे में बातचीत हुई। रतन सिंह ने युवक को सिरमौर के शिलाई उपमंडल की लड़की से यह कहकर मिलवाया कि यह उसके ताऊ की बेटी है। इसका नाम आशा है। आशा की माता की मृत्यु हो गई है। इस कारण आशा व उसका भाई सतीश पिछले 7-8 साल से इनके पास ही रहते हैं।
फिर कहा कि आशा के माता-पिता की कुछ देनदारिया भी हैं, जिसे चुकाने के लिए पैसों की जरूरत है। 14 फरवरी को इनकी शादी तय हो गई और 20 मार्च को बब्बर सिंह और आशा की शादी सिक्ख रीति रिवाज के अनुसार गुरुद्वारा पांवटा साहिब में करवा दी। इसके बाद उसी दिन होटल में एक पार्टी भी दी गई। पार्टी के दौरान आशा के माता-पिता का कर्ज चुकाने के लिए बब्बर सिंह से पैसे मांगे। बब्बर सिंह ने अनीता व रतन सिंह को डेढ़ लाख रुपये दे दिए। इसके बाद 14 अप्रैल को रात के समय इसकी पत्नी आशा उसके गहने और मोबाइल लेकर घर से फरार हो गई। काफी तलाशने के बाद कोई सुराग न लगने पर उसने रतन सिंह व अनीता से पूछा पर वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए।
हिमाचल से जुड़ी खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें और जुड़ जाएं ewn24 के फेसबुक पेज से ….
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उपरोक्त सभी आरोपी आपस में मिलकर नाम पता बदल कर शादी करके लोगों से पैसे ठगने (Cheating) का धंधा करते हैं। आशा देवी का असली नाम शीला देवी है। पुलिस ने बब्बर सिंह की शिकायत पर मामला दर्ज कर कार्रवाई करते हुए शीला और अनीता को गिरफ्तार किया। इनसे पूछताछ जारी है। मामले में छानबीन के दौरान यह भी पता चला है कि शीला ने पहले भी 3 शादियां की हैं और उसके विरुद्ध पुलिस थाना चंडीमंदिर में भी मामला दर्ज है। जहां वह एक वर्ष का कारावास भी काट चुकी है।
कैसे करते थे ठगी
ठगी के लिए पहले ऐसे लड़के को तलाशा जाता था, जो शादी की चाह रखता हो। गिरोह में शामिल सदस्य यह काम करते थे। इसके बाद जब बात सिरे चढ़ती थी तो लड़की के पिता के ना होने की बात कहकर देनदारी चुकाने के लिए राशि की मांग की जाती थी। शादी के बाद पैसे लड़के से ले लिए जाते थे। शादी के कुछ दिन बाद दुल्हन भी गहनों आदि समेट कर गायब हो जाती थी। तब व्यक्ति को ठगी का एहसास होता था।