चंद्रयान-3 : भारत ने रच दिया इतिहास, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा विक्रम लैंडर
ewn24news choice of himachal 23 Aug,2023 6:53 pm
नई दिल्ली। भारत वासियों के लिए आज बहुत बड़ा दिन है। भारत ने आज चंद्रयान-3 मिशन के जरिए इतिहास रच दिया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organization) के चंद्रयान-3 मिशन का लैंडर मॉड्यूल सफलता पूर्वक आज चंद्रमा की सतह पर उतर गया है।
लैंडर विक्रम (Lander Vikram) और रोवर प्रज्ञान से युक्त लैंडर मॉड्यूल ने शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग की और इतिहास रच दिया।
चंद्रयान-3 मिशन के विक्रम लैंडर के चंद्रमा की सतह पर उतरते ही बेंगलुरु में इसरो के मिशन कंट्रोल रूम में 'वंदे मातरम' के जोरदार नारे लगा और जश्न शुरू हो गया।
इस सफलता के साथ भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया। इसके साथ ही भारत अमेरिका, चीन और पूर्व सोवियत संघ के बाद चंद्रमा की सतह पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग' करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया।
चंद्रमा की सतह पर अमेरिका, पूर्व सोवियत संघ और चीन ‘सॉफ्ट लैंडिंग' कर चुके हैं, हालांकि इनमें से कोई भी देश ऐसा नहीं है जिसकी ‘सॉफ्ट लैंडिंग' चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में हुई है। चंद्रयान-3 के लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग में 15 से 17 मिनट लगे। चंद्रयान 3 को 14 जुलाई 2023 को दोपहर 2.30 बजे लॉन्च किया गया था।
Chandrayaan-3 मिशन के साथ ही दो शब्द बार-बार सुने और पढ़े जाते रहे हैं-लैंडर और रोवर. चंद्रयान-3 के लैंडर (Chandrayaan-3 Lander) का नाम विक्रम रखा गया है और रोवर को प्रज्ञान नाम दिया गया है। बता दें कि चंद्रयान-2 के लैंडर और रोवर का नाम भी यही था। इसमें इस बार कोई बदलाव नहीं किया गया है।
भारत के महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान 3 (Chandrayaan 3) का लैंडर विक्रम (vikram lander) सफलतापूर्वक चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा, और दक्षिण अफ्रीका में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली उस लैंडिंग को देखते हुए कहा, "यह क्षण मुश्किलों के महासागर को पार करने का है और यह क्षण 140 करोड़ धड़कनों के सामर्थ्य का है।