चौपाल। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला में चौपाल से चूड़धार जाने वाले मार्ग पर पेड़ों के ठूंठों में सिक्के गड़े हुए मिले हैं। ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि शिरगुल महाराज की तपोस्थली चूड़धार की तरफ जाते समय लोग या तो रास्ते में भटकने के डर से पेड़ों के ठूंठ पर सिक्के गाड़ देते होंगे ताकि उन्हें रास्ते का पता चल सके क्योंकि चूड़धार जाते समय लोगों को जंगल से होकर गुजरना पड़ता है जिससे लौटते समय रास्ता भटकने का डर बना रहता है।
दूसरी वजह लोगों की आस्था भी हो सकती है। किसी मन्नत के तौर पर लोग यहां सिक्के गाड़ते होंगे। सही वजह जो भी हो, लेकिन लोगों के लिए ये तस्वीरें खासी उत्साहित करने वाली हैं और चर्चा का विषय बनी हुई हैं। आपका इसे लेकर क्या मानना है कमेंट कर जरूर बताएं ….
सोशल मीडिया पर एक वीडियो फुटेज वायरल हो रहा है। यह बताया जा रहा है कि कुल्लू-मनाली में बर्फ का पहाड़ नीचे आने से बहुत लोग दब गए अल्लाह पाक अपना रहम करे।
कुल्लू पुलिस ने इसका खंडन किया है। क्योंकि यह वीडियो फुटेज कुल्लू-मनाली की नहीं है और इस तरह की दुर्घटना कुल्लू-मनाली के किसी भी पर्यटक स्थान पर घटित नहीं हुई है।
कुल्लू पुलिस ने पहले भी अपील की है कि इस तरह अफवाहों को न फैलाएं और अब भी कुल्लू पुलिस सभी लोगों से अपील करती है कि इस तरह की झूठी खबरें न फैलाएं।
शिमला। हिमाचल की बेटी बलजीत कौर पर सबको गर्व है। अपने हौसले से मौत को भी मात दे दी। वहीं, कैलाश हेलीकॉप्टर सर्विसेज के कैप्टन क्लॉउडी मार्टिन व मिंगमा दोरची के योगदान को भी नहीं भूला जा सकता है। एक सफल रेस्क्यू कर पहाड़ की बेटी को सकुशल लाने के लिए हिमाचल सहित पूरे भारतवासी उनके कर्जदार रहेंगे।
पायनियर एडवेंचर ने बलजीत कौर के सफल बचाव में योगदान देने वाले सभी लोगों का धन्यवाद किया है। कहा कि कैलाश हेलीकॉप्टर सर्विसेज के कैप्टन क्लॉउडी मार्टिन के विशेष ऋणी हैं, जिनकी साहसी और कुशल उच्च ऊंचाई वाली हेलीकॉप्टर उड़ान ने बचाव को संभव बनाया। निदेशक, मिंगमा दोरची द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को भी सलाम है, जो खोज में कैप्टन क्लाउडी के साथ थे और बलजीत का पता लगाने में मदद की।
रेस्क्यू आसान न था। बलजीत कौर के साथ संचार मुश्किल था, और यह भी पता नहीं था कि वह किस स्थिति में थी। हालांकि, पायनियर अपने गार्मिन जीपीएस डिवाइस के माध्यम से उससे संपर्क करने में सक्षम थी। बचाव के लिए बलजीत कौर के साथ समन्वय कर पाए। बलजीत ने शिखर के ठीक नीचे और शिखर शिविर के ऊपर, 7600 मीटर की ऊंचाई पर उल्लेखनीय संसाधन कुशलता और साहस का प्रदर्शन किया।
गौतरलब है कि अन्नापूर्णा दुनिया की 10वीं सबसे ऊंची चोटी है और बलजीत कौर ने इसे बिना ऑक्सीजन के फतेह किया था। वह कैंप से वापस लौट रही थी और इस दौरान लापता हो गई थीं। बलजीत को काठमांडू के अस्पताल में ले जाया गया है जहां उनकी मेडिकल जांच की जा रही है।
बलजीत कौर हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले की कंडाघाट के गांव पंजरोल की रहने वाली हैं। उनके पिता अमरीक सिंह हिमाचल पथ परिवहन में बस ड्राइवर रहे हैं और उनकी मां शांति देवी गृहिणी हैं।
बलजीत के कुल तीन भाई बहन हैं। बलजीत कौर ने एनसीसी में शामिल होने के बाद पहाड़ों की चढ़ाई शुरू की थी। 20 साल की उम्र में उन्हें माउंट देव टिब्बा के एनसीसी अभियान के लिए चुना गया था। बलजीत कौर केवल 27 साल में 8,000 मीटर की ऊंचाई पर चढ़ने वाली पहली महिला पर्वतारोही हैं। उन्होंने इतने कम समय में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा लहराकर यह रिकार्ड अपने नाम किया है।
नई दिल्ली। अरबपति एलन मस्क अपने हर काम को लेकर चर्चा में रहते हैं। कभी वो अजीबोगरीब टिप्पणी करते हैं तो कभी अजीब ट्वीट। मस्क ने मंगलवार को भी ऐसा कुछ कर डाला जिसके चर्चा दुनियाभर में हो रही है। एलन मस्क ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर में बड़ा बदलाव किया है। उन्होंने ट्विटर का लोगो भी बदल दिया है। अब लोगो में नीली चिड़िया को हटाकर एक डॉग को ट्विटर का लोगो बनाया है। हालांकि ये बदलाव अभी केवल वेब वर्जन पर नजर आ रहा है मोबाइल ऐप पर नहीं।
ट्विटर का ये बदला हुआ लोगो DOGE से जुड़ा हुआ है। दरअसल, सॉफ्टवेयर इंजीनियर बिली मार्कस और जैकसन पालमर ने 2013 में बिटकॉइन जैसी अन्य क्रिप्टोकरेंसी का मजाक उड़ाने के लिए डॉजकॉइन की शुरुआत की थी। मस्क इसे अपनी पसंदीदा क्रिप्टोकरेंसी बता चुके हैं। मस्क ने डॉजकॉइन के सपोर्ट में फरवरी 2022 में कई ट्वीट किए थे। उस वक्त उन्होंने पहले ट्वीट में सिर्फ ‘DOGE’ लिखा था। अब ट्विटर के नए लोगो में मस्क ने इस क्रिप्टोकरेंसी के डॉग की फोटो का इस्तेमाल किया है।
ट्विटर का लोगो बदलते ही हर कोई हैरान रह गया। लोगो इसे लेकर चर्चा करने लगे और देखते ही देखते ट्विटर पर #DOGE ट्वीट करने लगा। पहले तो यूजर्स को लगा था कि ट्विटर को किसी ने हैक कर लिया है। कुछ देर बाद ही एलन मस्क ने एक ट्वीट किया, जिससे ये साफ हो गया कि ट्विटर ने अपना लोगो बदल दिया है।
लोगों ने ट्विटर का लोगो बदलने के बाद मजेदार मीम्स बनाए हैं, जिनमें से कुछ हम आपके साथ शेयर कर रहे हैं ….
गौर हो कि अरबपति एलन मस्क ने पिछले साल अक्टूबर में ट्विटर को खरीद लिया था। इसके बाद कई बड़े फैसलों को लेकर मस्क चर्चा में रहे। इनमें ब्लू टिक के लिए चार्ज, कर्मचारियों की छंटनी, सीईओ पराग अग्रवाल को हटाना शामिल रहे।
एलन मस्क ने 27 अक्टूबर 2022 को 44 बिलियन डॉलर में ट्विटर खरीदा था। इसके बाद मस्क ने कंपनी के चार टॉप ऑफिशियल्स को निकाल दिया था। इनमें CEO पराग अग्रवाल, फाइनेंस चीफ नेड सेगल, लीगल एग्जीक्यूटिव्स विजया गड्डे और सीन एडगेट शामिल हैं। इसके बाद चीफ मार्केटिंग ऑफिसर लेस्ली बेरलैंड, चीफ कस्टमर ऑफिसर सारा पर्सनेट और ग्लोबल क्लाइंट सॉल्यूशंस के वाइस प्रेसिडेंट जीन-फिलिप महू को बाहर कर दिया गया था।
अब तक एलन मस्क ट्विटर के 7,500 एम्प्लॉइज में से 50% से ज्यादा कर्मचारियों को निकाल चुके हैं। इसके बाद उन्होंने बचे हुए एम्पलॉइज को कंपनी में बने रहने के लिए अल्टीमेटम देते हुए ईमेल किया था। एम्पलॉइज को भेजे एक ईमेल में मस्क ने लिखा था, कर्मचारियों को एक सफल ट्विटर 2.0 बनाने के लिए बहुत परिश्रमी होने की जरूरत होगी साथ ही सफलता के लिए देर तक काम और उच्च क्षमता दिखानी होगी।
ईमेल में कहा गया था कि जो भी एम्पलॉइज कंपनी का हिस्सा बने रहना चाहते हैं वो ईमेल में दिए गए लिंक पर ‘हां’ में क्लिक करें। जिस किसी ने ऐसा नहीं किया, उसे निकाले जाने का तीन महीने का नोटिस मिलेगा। आप जो भी निर्णय लें, ट्विटर को सफल बनाने के आपके प्रयासों के लिए धन्यवाद। इस ईमेल के बाद काफी सारे एमप्लॉइज ने इस्तीफा दे दिया था।
इसके बाद एलन मस्क ने कहा कि ट्विटर पर ब्लू टिक, यानी वेरिफाइड अकाउंट्स के लिए यूजर को अब हर महीने 8 डॉलर (करीब 660 रुपए) देने होंगे। यह चार्ज सभी देशों में अलग-अलग होगा। 27 अक्टूबर को मस्क ने ये ऐलान किया था। हालांकि फेक अकाउंट की बढ़ती संख्या के कारण अभी इस सर्विस को होल्ड पर रखा गया है। ये सर्विस जल्द रिलॉन्च होगी।
बिलासपुर। एक व्यक्ति ने पीडब्ल्यूडी पर मलकीयत जमीन पर अतिक्रमण का आरोप लगाया है। जब सुनवाई न हुई तो व्यक्ति ने विरोध स्वरूप नेशनल हाईवे के बीच रेहड़ी लगा ली। व्यक्ति का दावा है कि जहां उसने रेहड़ी लगाई है वो जमीन उसकी है, जिस पर पीडब्ल्यूडी ने अतिक्रमण किया है। मामला हिमाचल प्रदेश के बिलासुपर जिला में शिमला-मटौर नेशनल हाईवे पर घाघस के पास मंगरोट का है।
व्यक्ति राजनकांत शर्मा पुत्र स्वर्गीय मनोहर लाल शर्मा गांव मंगरोट जिला बिलासपुर का कहना है कि एनएच के साथ उनकी माता के नाम जमीन है। जमीन पर पीडब्ल्यूडी ने जबरदस्ती अतिक्रमण करके सड़क निकाल दी गई।
राजनकांत ने कहा कि पहले उन्हें पता नहीं चला था बाद में तक्सीम के लिए केस किया था तहसीलदार के पास, जिसका फैसला 2009 में आ गया था। उसके बाद मौके पर जाकर पटवारी, कानूनगो ने जिसका जहां कब्जा था वहां पर कूहरे बनाए थे और निशानदेही की थी तो वहां उनकी जमीन पूरी नहीं हो रही थी।
उसके बाद पटवारी कानूनगो ने बताया कि जो यह जमीन है वहां सड़क बना दी गई है और सड़क असल में कहीं ओर से है। मतलब सड़क कागजों में कहीं और से है। राजनकांत ने मांग की है कि निशानदेही कर उसकी कितनी भूमि सड़क में है उसको लिखित में दिया जाए, ताकि वह कोर्ट के माध्यम से पीडब्ल्यूडी से मुआवजा ले सके।
सॉफ्टवेयर अपडेट होने के बाद नए तरीके से लगेगी बोली
शिमला। हिमाचल में हाल ही में वाहनों के VVIP नंबर के लिए लगी बोली काफी चर्चा में रही। स्कूटी के नंबर को लेकर करोड़ों की बोलियां लगीं जिसकों देखकर हर कोई हैरान था, लेकिन इसकी हकीकत कुछ और ही निकली। ये बोलियां पूरी तरह फर्जी निकलीं। करोड़ों की तीन बोलियां लगीं और ये तीनों फर्जी निकली। मामले की सच्चाई पता लगते ही हिमाचल परिवहन विभाग ने तुरंत एक्शन लिया और VVIP फैंसी नंबर पोर्टल को सस्पेंड कर दिया।
इसके कारण फिलहाल वाहन मालिक अपनी गाड़ियों के लिए VVIP नंबर नहीं खरीद सकेंगे। इसके अलावा पोर्टल में कुछ नए बदलाव व अपग्रेडशन किए जा रहे हैं। इसके लिए परिवहन विभाग ने (नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर) को पोर्टल में सुधार करने के लिए कहा है। सॉफ्टवेयर अपडेट होने के बाद नए तरीके से बोली लगेगी।
गौर हो कि भारत सरकार के परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की वेबसाइट पर हाल ही में स्कूटी के VVIP नंबर की बोली शुरू हुई थी। जिस HP-99-9999 नंबर के लिए यह बोली शुरू हुई थी। यह बोली 1 करोड़ 11 हजार रुपए पहुंच चुकी थी। तीन आवेदनकर्ताओं ने करोड़ों रुपए की बोली लगाई, लेकिन बोली लगाने वाले लोग फर्जी निकले। इनके एड्रेस भी फर्जी पाए गए। परिवहन विभाग के अतिरिक्त निदेशक हेमिस नेगी का कहना है कि VVIP नंबर में फर्जी तरीके से 1 करोड़ से अधिक की बोली लगाई गई। जांच करने पर वह फर्जी निकली।
परिवहन विभाग की नई व्यवस्था में VVIP नंबर की बोली लगाने के लिए रिजर्व प्राइस की 30 प्रतिशत राशि बिडिंग में भाग लेने से पहले ही जमा करवानी होगी। यदि सबसे ज्यादा बोलीदाता बोली लगाने के बाद नंबर को नहीं खरीदता है तो उसकी 30 फीसदी राशि जब्त हो जाएगी और नंबर दोबारा से पब्लिक डोमेन में चला जाएगा। वहीं, अन्य बोलीदाताओं की 30 प्रतिशत राशि वापस हो जाएगी। जब तक यह व्यवस्था NIC की ओर से तैयार नहीं की जाती है, तब तक परिवहन विभाग का फैंसी नंबर पोर्टल बंद रहेगा।
तेलंगाना में गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी का किया उद्घाटन
नई दिल्ली। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर अक्सर खेलों को लेकर भी काफी पैशन दिखाते हैं। युवाओं को खेलों के प्रति उत्साहित करते हुए वह भी हर फील्ड में हाथ आजमाते रहते हैं। कभी बास्केटबॉल कोर्ट तो कभी क्रिकेट की पिच हर जगह अनुराग छा जाते हैं। केंद्रीय मंत्री का ताजा वीडियो सामने आया है जिसमें वह बैडमिंटन कोर्ट में दिग्गज खिलाड़ी गोपीचंद के साथ दो-दो हाथ करते नजर आ रहे हैं।
दरअसल, हैदराबाद के तेलंगाना में केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी का उद्घाटन किया। इस मौके पर अनुराग ठाकुर ने दिग्गज बैडमिंटन प्लेयर पुलेला गोपीचंद के साथ खेलने का मौका नहीं गंवाया। अकादमी के उद्घाटन पर अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश में खेलों के प्रति सोच बदली है और लोग खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देना चाहते हैं।
इसके बाद अनुराग ठाकुर तेलंगाना के कान्हा शांति वनम में राज्य खेल मंत्री श्रीनिवास गौड़ के साथ हार्टफुलनेस अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स सेंटर के लोकार्पण समारोह में पहुंचे जहां पर उन्होंने मेडिटेशन सेंटर में भी हिस्सा लिया। इस मेडिटेशन सेंटर में देश-विदेश के लोगों ने भी भाग लिया।
नई दिल्ली। इन दिनों सोशल मीडिया पर एक लड़की का वीडियो खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में लड़की क्रिकेट पिच पर जबरदस्त बैटिंग करती नजर आ रही है। लड़की की बैटिंग पर क्रिकेट के भगवान कहलाने वाले सचिन तेंदुलकर भी फिदा हो गए हैं। सचिन ने बाकायदा ट्वीट कर इस लड़की की तारीफ की है। आखिर ये लड़की है कौन इसके बारे में आपको बताते हैं ….
मूमल मेहर नाम की ये लड़की राजस्थान के बाड़मेर जिले के शेरपुरा कानासर गांव की रहने वाली है। मूमल का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह लड़कों के साथ क्रिकेट खेलती दिख रही है। मूमल लड़कों की गेंदों पर लंबे-लंबे शॉट्स खेलती नजर आ रही है। जब यह वीडियो सचिन ने देखा तो वह भी हैरान रह गए और उनको वीडियो इतना पसंद आया कि वह इसे शेयर करने से खुद को रोक नहीं पाए।
सचिन ने मूमल का वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा ‘कल ही तो ऑक्शन हुआ और आज मैच भी शुरू, क्या बात है। Really enjoyed your batting’। किसी भी खिलाड़ी के लिए ये कॉम्पलिमेंट किसी सम्मान से कम नहीं।
मूमल एक गरीब परिवार से संबंध रखती है और वह बकरियां चराती है। मूमल बैंटिंग तो धुआंधार करती ही है लेकिन बॉलिंग भी जबरदस्त करती है। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है। मूमल की तारीफ राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी की है। यही नहीं उन्होंने मूमल के लिए क्रिकेट किट भी पहुंचाई। मूमल का सूर्यकुमार यादव की बड़ी फैन हैं और उनकी तरह बैटिंग करना चाहती है।
शिमला। जुब्बल कोटखाई से MLA व शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के विस क्षेत्र में भी लोग सड़क सुविधा से वंचित हैं। यहां पर एक गर्भवती महिला को कुर्सी पर बांधकर अस्पताल पहुंचाने का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि गांव के कुछ लोगों ने महिला को कुर्सी पर बांधकर लगभग तीन किलोमीटर तक मुख्य सड़क तक पहुंचाया।
दरअसल, जुब्बल-कोटखाई विस क्षेत्र की कुड्डू पंचायत के नडाल गांव के लोगों के लिए सड़क सुविधा नहीं हैं। हालत यह है कि गांव में किसी के बीमार होने और गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाने के लिए पालकी पर उठाकर पहले मुख्य सड़क तक पहुंचाना पड़ता है। बीते शनिवार को भी गांव की एक गर्भवती महिला को आपातकाल में अस्पताल पहुंचाने के लिए ग्रामीणों को भारी मशक्कत करनी पड़ी।
इसके लिए ग्रामीणों ने गर्भवती महिला को कुर्सी पर बांधने के बाद कंधे पर उठाकर सड़क तक पहुंचाया। इसके लिए उन्हें करीब 3 किलोमीटर का पैदल सफर तय करना पड़ा। इसके बाद महिला को मुख्य मार्ग से अस्पताल पहुंचाया गया।
सड़क की सुविधा को लेकर लोग प्रशासन और सरकार से कई बार गुहार लगा चुके हैं, लेकिन आज तक उनकी मांग पूरी नहीं हो पाई है। इसको लेकर लोगों में भारी रोष है। जानकारी के मुताबिक नडाल गांव में करीब 30 घरों की बस्ती है। सड़क सुविधा नहीं होने के कारण यहां के लोगों को अपने घरों तक पहुंचने के लिए कई घंटे तक का पैदल सफर तय करना पड़ रहा है।
जिला परिषद सदस्य सरस्वती नगर कुशल मुंगटा का कहना है कि हम सड़क बनाने के लिए तैयार हैं। जंगल होने के कारण सड़क बनाने में दिक्कत आ रही हैं। लोगों की मदद से जल्द सड़क बना दी जाएगी।
नवसारी। अपनी शादी को लेकर हर किसी के अलग सपने होते हैं। कोई सोचता है कि महंगी गाड़ी में बारात लेकर जाएगा तो कोई हेलीकॉप्टर में दुल्हन को लेने पहुंच जाता है लेकिन एक दूल्हा ऐसा भी है जो जेसीबी लेकर दुल्हन लेने पहुंच गया। ये नजारा देखकर हर कोई हैरान रह गया और हर तरफ इसी की चर्चा होने लगी।
मामला गुजरात के नवसारी जिले के चिखली तालुका के कलियारी गांव का है। केयूर पटेल नाम का ये दूल्हा जेसीबी में सवार होकर दुल्हन लेने पहुंच गया। जेसीबी मशीन को फूलों से सजाया गया था। ढोल-नगाड़े के साथ बारात दुल्हन के घर पहुंची। जब दूल्हा बारात लेकर मैरिज हॉल पहुंचा तो दूल्हे और जेसीबी को देख दुल्हन पक्ष के लोग भी हैरान रह गए।
दरअसल, केयूर पटेल ने कुछ समय पहले पंजाब में एक शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर देखा था जिसमें दूल्हा जेसीबी से शादी के लिए पहुंचा था। इस वीडियो को देखने के बाद ही केयूर पटेल ने जेसीबी से बारात ले जाने का फैसला लिया। हर किसी के लिए ये हैरानी की बात थी, लेकिन केयूर का तो सपना पूरा हो गया और वह जेसीबी पर बैठकर अपनी दुल्हन को घर ले गया। जिसने भी ये नजारा देखा वीडियो बनाए बिना नहीं रह पाया। वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।