जान जोखिम में फट्टे का पुल पार कर रहे लो
राजगढ़। पझौता घाटी को यूं तो स्वंतत्रता सैनानियों की घाटी कहा जाता है, लेकिन यहां के गांव के हाल देखकर लगता है कि सरकार ने कभी इस तरफ रुख ही नहीं किया। आज की सदी में हम एक्सप्रेस वे आदि की बात करते हैं, लेकिन हिमाचल में कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां आज तक वाहन योग्य सड़क तो दूर पैदल चलने के लिए भी अच्छा रास्ता नहीं है। ऐसे ही हाल जमोली क्षेत्र के लोगों के हैं। पझौता के जदोल-टपरोली पंचायत के जमोली में पुल के टूटने से लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, पुल टूटने के बाद नाले पर फट्टे का पुल बनाया है, जिस पर कभी भी जानी नुकसान हो सकता है।
हिमाचल : नेशनल हाईवे पांच पर भूस्खलन, जेसीबी भी आई चपेट में
इसका अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि इस फट्टे वाले पुल से नाले में गिरकर 3 पशु भी मर चुके हैं। स्थानीय लोगों ने सरकार और विभाग से मांग की है कि जल्द से जल्द इस टूटे पुल का दोबारा निर्माण किया जाए, क्योंकि बच्चों को भी इसी पुल को पार कर स्कूल आना-जाना पड़ता है।