प्रदेश में अभी भी 99 सड़कें बंद, 51 पेयजल स्कीमें प्रभावित
शिमला। हिमाचल में इस बार बरसात का मौसम कहर ढा रहा है। बाढ़, लैंडस्लाइड, डूबने और हादसों आदि में लोगों की जान गई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 13 जून से 4 अगस्त अब तक 219 लोगों की जान गई है। हादसों, लैंडस्लाइड, डूबने, बाढ़/बादल फटने, सांप के काटने और करंट आदि के चलते यह.मौतें हुई हैं। डूबने से ही 22 लोगों की जान गई है।
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सड़क हादसों में 110, लैंडस्लाइड से 22, बाढ़/बादल फटने से 9, आग लगने से दो, सांप के काटने से एक, करंट से चार और छत/भवन/सीढ़ियों आदि से गिरने पर 28 ने दम तोड़ा है। शिमला जिला में 35, कांगड़ा में 25, सिरमौर में 23, चंबा में 21, मंडी में 19, लाहौल स्पीति में 18, कुल्लू में 17, सोलन में 16, ऊना और किन्नौर में 14-14, बिलासपुर में 12 व हमीरपुर में पांच की मृत्यु हुई है।
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हिमाचल में 13 जून से अब तक 69918.250 लाख का नुकसान हुआ है। पीडब्ल्यूडी को करीब 46646.78 लाख, जल शक्ति विभाग को 18933.44 लाख और बिजली बोर्ड को 102.3 लाख के लगभग नुकसान हुआ है। इसके अलावा कृषि, बागवानी और निजी संपत्ति को भी चपत लगी है। वहीं, हिमाचल में पिछले कल से अब तक शिमला में एक की मौत हुई है।
प्रदेश में अभी भी 99 सड़कें बंद हैं। मंडी में 46, शिमला में 23, कांगड़ा में 8, सिरमौर, हमीरपुर और कुल्लू में 6-6, सोलन में तीन और ऊना में एक रोड बंद है। प्रदेश में 51 पेयजल योजनाएं अभी भी प्रभावित हैं। लाहौल स्पीति में 45, चंबा में चार और सिरमौर में दो योजनाएं प्रभावित हैं। कल से अब तक प्रदेश में एक कच्चा मकान पूरी.तरह क्षतिग्रस्त हुआ है। साथ ही आठ मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हैं।