कैबिनेट मंत्री राम लाल मार्कंडेय ने लिया मयाड़ घाटी में नुकसान का जायजा
केलांग। हिमाचल के लाहौल-स्पीति में फंसे लोगों को निकालने के लिए दो रेस्क्यू फ्लाइट आज हुई। एक फ्लाइट बारिंग से तान्दी डाइट, वापिस बारिंग और फिर बारिंग से तान्दी डाइट वहीं, एक और फ्लाइट तान्दी से तिंगरिट के बीच हुई। आज 18 लोगों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से रेस्क्यू किया गया जिसमें एक गर्भवती महिला भी शामिल रहीं। झूले से दोपहर तक 50 लोगों को रेस्क्यू करके बस के द्वारा मनाली पहुंचाया गया। राज्य सरकार के इस नए हेलीकॉप्टर की ये पहली फ्लाइट हुई जिसे लाहौल घाटी में रेस्क्यू ऑपरेशन में उपयोग किया गया।
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इस दौरान कैबिनेट मंत्री राम लाल मार्कंडेय मयाड़ घाटी में भारी बारिश और बाढ़ के चलते हुए नुकसान का जायजा लिया। मार्कंडेय ने कहा कि ये क्षेत्र भी काफी प्रभावित हुआ है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के लाहौल दौरे के दौरान उनके ध्यान में भी पट्टन और मयाड़ वैली में हुए नुकसान का ब्योरा रखा गया। उन्होंने लोक निर्माण, जल शक्ति, बिजली बोर्ड, कृषि और बागवानी क्षेत्र में हुए नुक्सान की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा कि पट्टन वैली में स्पैन के निर्माण के निर्देश दिए गए हैं ताकि सड़क की पूरी बहाली तक किसानों को वैकल्पिक सुविधा मिल सके।
डीसी लाहौल-स्पीति नीरज कुमार ने कहा कि आज 18 लोगों को इन फ्लाइट के जरिए तान्दी हेलीपैड पहुंचाया गया। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार उदयपुर क्षेत्र में फंसे सभी लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है। उपमंडलीय प्रशासन को हिदायत दी गई है कि विशेष तौर से ये जानकारी जुटाई जाए कि कोई ट्रैकर शेष तो नहीं जो अभी भी कहीं रुका तो नहीं। उन्होंने बताया कि उदयपुर क्षेत्र में मोबाइल कनेक्टिविटी भी बहाल हो गई है। 31 जुलाई को 21 ट्रेकरों की टीम के अलावा लगभग 45 अन्य लोगों को भी जोबरंग, लिंगर और रावा से होते हुए रेस्क्यू किया गया। वे सभी भी अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गए हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान कैबिनेट मंत्री डॉ रामलाल मार्कंडेय भी मौजूद रहे और उन्होंने रेस्क्यू किए कुछ लोगों से बात भी की।