सलूणी केस : तो क्या खौफ का दूसरा नाम था शरीफ- मनोहर के भाई का खुलासा
ewn24 news choice of himachal 17 Jun,2023 8:14 pm
पहाड़ी पर स्थापित किया था साम्राज्य
सलूणी। हिमाचल के चंबा जिला के सलूणी क्षेत्र में युवक मनोहर की हत्या मामले ने सबको हिलाकर रख दिया है। मामले में हत्यारोपी सलाखों के पीछे हैं। आरोपी परिवार खदरोगा गांव का रहने वाला है। आरोपी परिवार के मुखिया का नाम शरीफ है, लेकिन इसकी हरकत सबने देख ली है। शरीफ ने पहाड़ी पर अपना साम्राज्य स्थापित किया था। कई बीघा सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा था। शरीफ का परिवार क्षेत्र में खौफ का दूसरा नाम था। यह खुलासा मनोहर के ताया के लड़के ने किया है।
मनोहर के चचेरे भाई ने बताया कि गांव खदरोगा के शरीफ के परिवार ने पहाड़ों पर साम्राज्य बना रखा था। 2 बीघा जमीन अपनी थी और कई बीघा सरकारी जमीन पर कब्जा किया था। हमारे बुजुर्ग भी कहते थे कि यह वहशी दरिंदा है। उन्होंने बताया कि मनोहर पांच जून सोमवार शाम को घर से अधवारी भीत्ती के लिए निकला था। मनोहर ने वहां से खच्चरें लानी थी और काम पर जाना था। मंगलवार सुबह करीब सात बजकर 21 मिनट पर मनोहर ने जहां काम पर जाना था उन्हें फोन किया और कहा कि मैं आ रहा हूं व नौ बजे तक पहुंच जाऊंगा।
उस व्यक्ति ने करीब आठ बजे फोन किया तो फोन स्विच ऑफ आया, उसने सोचा नहीं आ रहा होगा। मंगलवार को पूरी रात खच्चरें जंगल में रहीं। बुधवार सुबह खच्चरें भीत्ती अधवारी में पहुंची। चाचा की साली की लड़की ने फोन किया कि खच्चरें आ गई हैं पर मनोहर अधवारी में नहीं पहुंचा है। इसके बाद सभी मनोहर को ढूंढने निकल पड़े। पर उसका सुराग नहीं मिला। वीरवार सुबह भी 10 बजे तक ढूंढा। फिर पुलिस स्टेशन किहार में गुमशुदगी की रिपोर्ट की।
रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ग्रामीणों को लेकर वीरवार को मनोहर को ढूंढा। पर कोई पता नहीं चला। शुक्रवार को फिर ढूंढा। गांव खदरोगा में आरोपी शरीफ का घर है। वहां से एक किलोमीटर दूर हलाड़ी नाला पड़ता है। उस नाले में सर्च की तो वहां मनोहर का एक जूता मिला। जूते की दस मीटर दूरी पर नाले में पत्थरों का ढेर जैसा था। लकड़ी से एक पत्थर को हटाया तो वहां बाल दिखे।
डीएसपी व एसएचओ मौके पर पहुंचे फिर फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया। मनोहर के शरीर के 8 टुकड़े बरामद हुए। जिन्हें तीन जगह पर दबाया था। मनोहर के चचेरे भाई का कहना है कि मनोहर की मां बेटे की फोटो देखती है तो बेहोश हो जाती है। मां को न्याय मिले तो थोड़ी तसल्ली आए।
उन्होंने बताया कि आरोपी परिवार के पहले ही 50 लोगों के साथ केस चले हैं। हमारे परिवार की महिलाएं जब घास काटने जाती थीं तो आरोपी परिवार की महिलाएं और लड़के डंडे और दराट लेकर उनके पीछे दौड़ते थे। उन्होंने मांग की है कि आरोपियों को फांसी दी जाए।